Jabalpur News: फ़र्जी पासपोर्ट मामले में गिरफ्तार आरोपियों को लेकर एटीएस पहुंची विक्टोरिया, कोर्ट में पेश करने की तैयारी

Jabalpur News: ATS reached Victoria with the accused arrested in the fake passport case, preparations to present them in court

Jabalpur News: फ़र्जी पासपोर्ट मामले में गिरफ्तार आरोपियों को लेकर एटीएस पहुंची विक्टोरिया, कोर्ट में पेश करने की तैयारी

आर्य समय संवाददाता जबलपुर।फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पासपोर्ट लेकर रह रहे अफगानी सोहबत खान व अन्य को सोमवार को एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) जिला अस्पताल (विक्टोरिया) पहुंची। जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। इधर,एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने जांच को आगे बढ़ाते हुए जबलपुर-कटनी और सिवनी के पते पर बीते 10 सालों में बने भारतीय पासपोर्ट की संपूर्ण जानकारी जुटा रही है। किसका पासपोर्ट बना, किसने वेरिफाई किया, पासपोर्ट बनाने में किसने एड्रेस पूफ़ किया इसकी पूरी सूची तैयार की जा रही है।

एटीएस को अब तक हुई जांच में एक दर्जन से अधिक अफगानी युवकों की जानकारी मिली है, जिनके पासपोर्ट जबलपुर के पते से बनवाने का प्रयास किया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ सहित पश्चिम बंगाल निवासी अकबर और इकबाल के पासपोर्ट जबलपुर के फर्जी पते से बनाए गए हैं। आरोपी सोहबत खान ने साल 2015 में जबलपुर से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया और 2020 में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पासपोर्ट बनवा लिया।

इस मामले में अभी तक सोहबत खान पिता बदरुद्दीन खान निवासी छोटी ओमती, दिनेश गर्ग पिता श्रवण कुमार गर्ग निवासी विजय नगर जबलपुर और महेंद्र कुमार सुखदन पिता माधव प्रसाद सुखदन निवासी एपीएन स्कूल के पास कटंगा, चंदन सिंह निवासी शंकर शाह नगर रामपुर को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि एटीएस की जबलपुर इकाई को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी कि जबलपुर में कुछ अफगानी युवक अवैध रूप से निवासरत हैं।

इसी सूचना के आधार पर जबलपुर से एक अफगानी नागरिक सोहबत ख़ान पिता बदरु‌द्दीन खान को गिरफ्तार किया गया है। सोहबत विगत लगभग 10 वर्षों से अवैध रूप से जबलपुर में रह रहा था एवं उसने स्थानीय महिला से निकाह भी कर लिया था। उसने ना सिर्फ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपना भारतीय पासपोर्ट बनवा लिया था।

 वरन् वो पश्चिम बंगाल और छतीसगढ़ मे निवासरत अपने अफगानी साथियों के लिए भी जबलपुर के फर्जी पते पर दस्तावेज तैयार कर पैसे लेकर उनके भी भारतीय पासपोर्ट बनवा रहा था। ATS को अब तक लगभग ऐसे 20 अफगानी युवकों की जानकारी मिली है। जिनके पासपोर्ट जबलपुर के पते से बनवाने का प्रयास किया गया। जिसमें से पश्चिम बंगाल निवासी अकबर और इक़बाल के पासपोर्ट तो जबलपुर के फर्जी पते से बन भी गए हैं।